tag:blogger.com,1999:blog-6243664497420021389.post5141938303786210450..comments2024-02-08T14:09:55.960+05:30Comments on Ganesh Pandey : गणेश पाण्डेय: ओ केरल की उन्नत ग्रामबालाGanesh Pandey http://www.blogger.com/profile/05090936293629861528noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6243664497420021389.post-26420565033385958032012-02-15T14:48:53.132+05:302012-02-15T14:48:53.132+05:30आपकी कविताओं पर अपनी टिप्पणी तुच्छ लगती है ,
बे...आपकी कविताओं पर अपनी टिप्पणी तुच्छ लगती है , <br /> बेहद सुन्दर ||प्रतिभाhttps://www.blogger.com/profile/04252463442565173575noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6243664497420021389.post-53806331762382332362012-02-14T21:48:20.888+05:302012-02-14T21:48:20.888+05:30यह माउथआर्गन....बहुत गहरे तक उतर कर भावों को अभिव्...यह माउथआर्गन....बहुत गहरे तक उतर कर भावों को अभिव्यक्त किया है आपने ...!केवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6243664497420021389.post-89189382957718096582012-02-14T20:07:45.137+05:302012-02-14T20:07:45.137+05:30ओ केरल की उन्नत ग्रामबाला
कैसे करोगी तुम ईश का ध्य...ओ केरल की उन्नत ग्रामबाला<br />कैसे करोगी तुम ईश का ध्यान<br />जब बजने लगेगा कहीं<br />मद्धिम-मद्धिम<br />माउथआर्गन।<br /><br />वाकई लाजवाब वर्णन करती हुई कविता.... क्या सूक्ष्म दृष्टि से कार्य किया है..Anonymousnoreply@blogger.com